हमारे ऋषि-मुनियों व पूर्वजों ने हमें सदैव प्रकृति का आदर करने की शिक्षा दी है, हमें प्रकृति का दोहन करना चाहिए, शोषण नहीं।
इस संतुलन को भौतिकवादी विचारधारा ने तोड़ा इसीलिए आज जलवायु परिवर्तन व ग्लोबल वार्मिंग जैसे खतरे सामने खड़े हैं, इस संकट से पर्यावरण को वृक्ष ही बचा सकते हैं।
हमारे ऋषि-मुनियों व पूर्वजों ने हमें सदैव प्रकृति का आदर करने की शिक्षा दी है, हमें प्रकृति का दोहन करना चाहिए, शोषण नहीं। इस संतुलन को भौतिकवादी विचारधारा ने तोड़ा इसीलिए आज जलवायु परिवर्तन व ग्लोबल वार्मिंग जैसे खतरे सामने खड़े हैं, इस संकट से पर्यावरण को वृक्ष ही बचा सकते हैं।
Jul 12, 2020