
'हिन्द की चादर’ सिखों के नवम गुरु
गुरु तेग बहादुर जी धार्मिक अडिगता, निर्भयता और नैतिक उदारता के उच्चतम प्रतीक हैं। वह एक ऐसे साहसी योद्धा थे जिन्होंने धर्म एवं मानवीय मूल्यों की रक्षा और वैचारिक स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया।
ऐसे धर्मध्वज रक्षक गुरु तेग बहादुर जी के ‘बलिदान दिवस’ पर उन्हें कोटि-कोटि वंदन
'हिन्द की चादर’ सिखों के नवम गुरु गुरु तेग बहादुर जी धार्मिक अडिगता, निर्भयता और नैतिक उदारता के उच्चतम प्रतीक हैं। वह एक ऐसे साहसी योद्धा थे जिन्होंने धर्म एवं मानवीय मूल्यों की रक्षा और वैचारिक स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। ऐसे धर्मध्वज रक्षक गुरु तेग बहादुर जी के ‘बलिदान दिवस’ पर उन्हें कोटि-कोटि वंदन
Nov 24, 2019