
कच्छ में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित ‘सरदार पोस्ट’ के गौरवशाली इतिहास को हर भारतीय विशेषकर आज की युवा पीढ़ी को जानना आवश्यक है।
9 अप्रैल 1965 को पाकिस्तान की पूरी इन्फैंट्री ब्रिगेड ने सरदार पोस्ट पर हमला किया जिसे हमारी CRPF की सिर्फ दो कम्पनियों ने विफल कर मुँहतोड़ जवाब दिया।
‘सरदार पोस्ट’ पर हमारे बहादुर CRPF जवानों के जवाबी हमले में पाकिस्तान के 34 सैनिक मारे गए और 4 को ज़िंदा पकड़ा। इस युद्ध में हमारे CRPF के 8 जवान भी शहीद हुए।
भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस से भरे हमारे इतिहास में यह युद्ध एक अद्वितीय स्थान रखता है, जिससे सभी को प्रेरणा मिलती है।
‘सरदार पोस्ट’ पर हमारे वीर सैनिकों की यह शौर्य गाथा हर भारतीय को गौरवान्वित करती है।
आज CRPF के मुख्यालय में ‘सरदार पोस्ट’ पर देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले हमारे अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
यह राष्ट्र सदैव उनके बलिदान का ऋणी रहेगा।
कच्छ में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित ‘सरदार पोस्ट’ के गौरवशाली इतिहास को हर भारतीय विशेषकर आज की युवा पीढ़ी को जानना आवश्यक है। 9 अप्रैल 1965 को पाकिस्तान की पूरी इन्फैंट्री ब्रिगेड ने सरदार पोस्ट पर हमला किया जिसे हमारी CRPF की सिर्फ दो कम्पनियों ने विफल कर मुँहतोड़ जवाब दिया। ‘सरदार पोस्ट’ पर हमारे बहादुर CRPF जवानों के जवाबी हमले में पाकिस्तान के 34 सैनिक मारे गए और 4 को ज़िंदा पकड़ा। इस युद्ध में हमारे CRPF के 8 जवान भी शहीद हुए। भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस से भरे हमारे इतिहास में यह युद्ध एक अद्वितीय स्थान रखता है, जिससे सभी को प्रेरणा मिलती है। ‘सरदार पोस्ट’ पर हमारे वीर सैनिकों की यह शौर्य गाथा हर भारतीय को गौरवान्वित करती है। आज CRPF के मुख्यालय में ‘सरदार पोस्ट’ पर देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले हमारे अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह राष्ट्र सदैव उनके बलिदान का ऋणी रहेगा।