
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एक अद्वितीय स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने अपने विचारों से स्वाधीनता के लिए संघर्ष कर रहे भारत को नयी दिशा प्रदान की। उन्होंने "स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूँगा" का नारा देकर भारत के जन-जन को स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा जो धीरे-धीरे पूरे भारत की सोच बन गया।
लोकमान्य तिलक जी ने स्वदेशी का उपयोग, शिक्षा और स्वराज जैसे महत्वपूर्ण विषयों को आधार बनाया। उनका आदर्शपूर्ण जीवन, संघर्ष और देशप्रेम आज भी सभी भारतीयों के मन में राष्ट्रवाद की भावना जागृत करता है। ऐसे स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एक अद्वितीय स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने अपने विचारों से स्वाधीनता के लिए संघर्ष कर रहे भारत को नयी दिशा प्रदान की। उन्होंने "स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूँगा" का नारा देकर भारत के जन-जन को स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा जो धीरे-धीरे पूरे भारत की सोच बन गया। लोकमान्य तिलक जी ने स्वदेशी का उपयोग, शिक्षा और स्वराज जैसे महत्वपूर्ण विषयों को आधार बनाया। उनका आदर्शपूर्ण जीवन, संघर्ष और देशप्रेम आज भी सभी भारतीयों के मन में राष्ट्रवाद की भावना जागृत करता है। ऐसे स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन
Jul 23, 2020