
भारत की एकता और अखंडता के अप्रतिम नायक डॉ. मुखर्जी ने न केवल स्वतंत्रता से पहले देश के लिए संघर्ष किया, बल्कि स्वतंत्रता के बाद भी देश की एकजुटता के लिए अपने प्राणों को आहूत कर दिया। बंगाल, पंजाब और कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाये रखने के लिए उनका तप और संघर्ष वंदनीय है।
डॉ. मुखर्जी जी ने देश व देशवासियों के हितों से समझौता ना करते हुए सरकार से इस्तीफा देने में भी क्षण भर नहीं लगाया। राष्ट्र व विचारधारा समर्पित उनका जीवन मेरे जैसे करोड़ों कार्यकर्ताओं व देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा। राष्ट्रीय अस्मिता के ऐसे अद्वितीय प्रतीक को सादर नमन।
भारत की एकता और अखंडता के अप्रतिम नायक डॉ. मुखर्जी ने न केवल स्वतंत्रता से पहले देश के लिए संघर्ष किया, बल्कि स्वतंत्रता के बाद भी देश की एकजुटता के लिए अपने प्राणों को आहूत कर दिया। बंगाल, पंजाब और कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाये रखने के लिए उनका तप और संघर्ष वंदनीय है। डॉ. मुखर्जी जी ने देश व देशवासियों के हितों से समझौता ना करते हुए सरकार से इस्तीफा देने में भी क्षण भर नहीं लगाया। राष्ट्र व विचारधारा समर्पित उनका जीवन मेरे जैसे करोड़ों कार्यकर्ताओं व देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा। राष्ट्रीय अस्मिता के ऐसे अद्वितीय प्रतीक को सादर नमन।
Jun 23, 2020