
कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत को एकता के सूत्र में पिरोने का श्रेय लौह पुरुष सरदार पटेल की सियासी और कूटनीतिक क्षमता को जाता है।
उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और निर्णायक नेतृत्व ने भारत के नव-निर्माण में अहम भूमिका निभाई और एक राष्ट्रीय शिल्पकार के रूप में उन्होंने राष्ट्र की उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त किया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल के हर निर्णय में राष्ट्रहित सर्वप्रथम रहा। मातृभूमि के प्रति उनकी अटूट निष्ठा, अद्भुत साहस और संगठन कुशलता हम सभी को सदैव प्रेरित करती रहेगी।
ऐसे महान दूरदर्शी नेता को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन व समस्त देशवासियों को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत को एकता के सूत्र में पिरोने का श्रेय लौह पुरुष सरदार पटेल की सियासी और कूटनीतिक क्षमता को जाता है। उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और निर्णायक नेतृत्व ने भारत के नव-निर्माण में अहम भूमिका निभाई और एक राष्ट्रीय शिल्पकार के रूप में उन्होंने राष्ट्र की उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त किया। सरदार वल्लभ भाई पटेल के हर निर्णय में राष्ट्रहित सर्वप्रथम रहा। मातृभूमि के प्रति उनकी अटूट निष्ठा, अद्भुत साहस और संगठन कुशलता हम सभी को सदैव प्रेरित करती रहेगी। ऐसे महान दूरदर्शी नेता को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन व समस्त देशवासियों को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं।
Oct 31, 2019